Deoria News:बुधवार को भारतीय किसान यूनियन तहसील इकाई द्वारा देवरिया सदर तहसीलदार के कार्यालय पर तहसील में फैले भ्रष्टाचार एवं किसानों की समस्याओं को लेकर किसान पंचायत की गई जिसमे जिसमें जिलाधिकारी को सम्बोधित 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन अपर उप जिलाधिकारी को सौंपा गया। पंचायत में सीओ सिटी, सदर कोतवाल समेत भारी पुलिस बल तैनात किए गए थे।
पंचायत को सम्बोधित करते हुए भाकियू पूर्वी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष किसान नेता विनय सिंह सैंथवार ने कहा कि वर्तमान समय में देवरिया तहसील में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। तहसील के लेखपाल कानूनगो द्वारा बिना पैसे के किसानों एवं आम ज
नों की कोई भी नापी नही की जा रही हैं।सामान्य नापी में 1000 से 1500, 2000 रुपए लिए बिना व दफा 24 की नापी में 6000 रुपए से 8000 रुपए लिए बिना कोई भी पैमाईश नहीं की जा रही हैं। कोई भी वरासत बिना पैसे के नही हो रहा हैं। जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण शाही उर्फ बड़े शाही ने कहा कि गावों में आज भी सरकारी जमीनों, पोखरी, खलिहान , बंजर की जमीनों पर अवैध कब्जा बरकरार है लेकिन तहसील प्रशासन का डंडा नहीं चल पा रहा है
कहीं-कहीं पर तो तहसील के कर्मचारी पैसा लेकर कब्जा करवाने में लगे हुए हैं। मण्डल संयोजक शहीद ख्वाजा मंसूरी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि के लिए किसानों द्वारा ऑनलाइन किए हुए तीन-तीन चार-चार साल हो गया मगर राजस्व कर्मियों की लापरवाही से आज तक किसानों का सम्मान निधि आना शुरू नहीं हुआ। पंचायत में एन एच 72A देवरिया बाईपास से जुड़े किसानों का मुद्दा भी छाया रहा । प्रशासन द्वारा किसानों को 15 दिन के लिए नोटिस दिया गया है जिस पर भाकियू नेताओ ने कहा कि एनएच बाईपास से जुड़े किसानों की लड़ाई किसान यूनियन जोरदार तरीके से लड़ेगी ।
बैठक में जिला संयोजक सदानंद यादव जिला उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह जिला कोषाध्यक्ष चंद्रदेव सिंह जिला सलाहकार मदन चौहान जिला संगठन मंत्री दिग्विजय नारायण कुशवाहा सुरेंद्र चौहान गोविंद गुप्ता अनिल सिंह ललन कुशवाहा सत्याग्रह सरोज बृजेश यादव चीनी मिल संघ के बृजेंद्र मणि त्रिपाठी अवधेशमणि त्रिपाठी जय सिंह बाबूलाल कुशवाहा रामकेश्वर राजभर इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।