Deoria News:देवरिया टाइम्स। विद्या भारती पूर्वी उ0 प्र0 द्वारा संचालित विद्यालय सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्या मन्दिर देवरिया खास, देवरिया में गुरुवार को स्वामी विवेकानन्द की जयन्ती राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुवात संर्वप्रथम प्रार्थना सभा में विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिरुद्व सिंह ,आचार्य जगदीश प्रसाद जी के द्वारा माँ सरस्वती की वन्दना एवं स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर पुष्पार्चन कर उन्हें श्रद्वांजलि देकर किया गया ।
कार्यक्रम की रुपरेखा व अतिथि परिचय कार्यक्रम संचालक आचार्य अक्षयवर पति त्रिपाठी ने कराया। परिचयोपरान्त विद्यालय केक आचार्य उपेन्द्र तिवारी जी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुये स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुये उनके जन्म, कर्म उवं उनके आदर्शों से छात्रों का परिचित कराया। उन्होने उनके जीवन की अनेक घटनाओं का वर्णन करते हुये भारत की आध्यात्मिकता पर विवेकानन्द के प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि स्वामी विवेकानन्द जी का जन्म सन् 1863 में कोलकाता में हुआ था इनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त एवं माता का नाम भुवनेश्वरी दत्त था ।
इनके बचपन का नाम नरेन्द्र दत्त था। इनके गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस था। इसी क्रम में प्रधानाचार्य अनिरुद्व सिंह जी ने भी विवेकानन्द जी के जीवन से जुड़ी अनेक घटनाओं का वर्णन करते हये छात्रों को उनके जीवन ,उनके आदर्शों से छात्रों को परिचित कराया। अपने सम्बोधन में उन्होने कहा कि विवेकानन्द किसी भी जानकारी को बड़े एकाग्रता से ग्रहण करते थे। वे किसी भी पुस्तक को यदि एक बार पढ़़ लेते थे तो उन्हें उस पुस्तक के सभी प्रसंग याद हो जाते थे। आप सभी विद्यार्थियों को भी उनके जीवन से प्रेरणा लेकर एकाग्रता से अध्ययन करना चाहिये और जीवन पथ पर एक आदर्श प्रस्तुत करना चाहिये। इस अवसर पर विद्यालय के शारीरिक आचार्य श्री संतोष सिंह , रामबली जी के द्वारा कक्षा नवम एवं एकादश के भैयाओं को सूर्य नमस्कार कराया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार व नवम से एकादश तक के छात्र भैया उपस्थित रहे। यह जानकारी विद्यालय के प्रचार प्रसार विभाग प्रमुख आचार्य चन्द्र प्रकाश सिंह ने दी।