Deoria News देवरिया टाइम्स। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा जल जीवन मिशन के योजनाओं की गूगलमीट के माध्यम से समीक्षा की गयी, जिसमें अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) द्वारा अवगत कराया गया कि मे० एल०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० 257 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया है, जिसमें पम्प हाऊस 152 नग, शिरोपरि जलाशय 156 नग का कार्य प्रगति पर है, 1199.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है व FHTC 57395 नग कनेक्शन कर दिये गये हैं।
मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि० द्वारा 196 नग परियोजना का कार्य प्रारम्भ कराया गया है, जिसमें पम्प हाऊस 99 नग शिरोपरि जलाशय 64 नग का कार्य प्रगति पर है। 1051.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है व FHTC 51259 नग कनेक्शन कर दिये गये हैं एवं मे0 रित्विक कोया द्वारा निर्धारित लक्ष्य 260 ग्राम पंचायत के सापेक्ष मात्र 167 डी०पी०आर० बनाये गये है, जिसमें 11 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा तीनों फर्मों को निर्देशित किया गया कि समस्त SLSSC से स्वीकृत डीपीआर का Cover Agreement कराना एवं जितनी योजनाओं के Cover Agreement पूर्ण हो चुके हैं उन पर समयान्तर्गत कार्य कराना सुनिश्चित करें। मे० रित्विक – कोया को वर्तमान तक 10 भूमि उपलब्ध न होने पर फर्म के प्रोजेक्ट मैनेजर मे० रित्विक कोया को डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर डीपीएमयू के साथ उप जिलाधिकारियों से सम्पर्क स्थापित करते हुए भूमि की उपलब्धता बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया एवं उपलब्ध भूमि की डीपीआर एक सप्ताह के अन्दर तैयार कराकर DWSM कराने के निर्देश दिये गये। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा FHTC की प्रगति धीमी होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी।
निर्देशित किया गया कि मे० एली०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० को 5.00 कि०मी० पाइय लाइन बिछाने एवं 5000 नग FHTC प्रतिदिन कराने व मे० गायत्री प्राजेक्ट लि०को 5.00 कि०मी० पाइप लाइन बिछाने एवं 5000 नग FHTC प्रतिदिन करना अनिवार्य है। यह भी निर्देश दिया गया कि मे० एल०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० को पूर्व के अतिरिक्त 10 परियोजनाएं व मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि० को 05 परियोजनाएं 28 फरवरी, 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया है। कार्य स्थल पर पाइप लाइन बिछाने के दौरान रोड कटिंग के पुर्नस्थापन का कार्य पाइप लाइन की टेस्टिंग के उपरान्त अतिशीघ्र करा दिया जाये। कार्य स्थल पर तराई की उचित व्यवस्था न पाये जाने एवं कार्य की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन के अन्तर्गत समस्त निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता के साथ ससमय पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। निर्माण कार्य की धीमी प्रगति होने के कारण तीनों फर्मों को अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) द्वारा चेतावनी देते हुए नोटिस देने के निर्देश दिये गये।