Deoria News देवरिया टाइम्स। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा आज अपरान्ह 3.30 बजे वृहद गौसंरक्षण केन्द्र, पिपरा चन्द्रभान का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, देवरिया उपस्थित थे।
निरीक्षण के समय ग्राम सचिव उपस्थित नहीं थे। बताया गया कि यह 04 दिन से अवकाश पर चल रहे हैं।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा खण्ड विकास अधिकारी, देवरिया सदर को निर्देशित किया गया कि ग्राम सचिव का अवकाश किस स्तर पर स्वीकृत किया गया है अवगत करायें। निरीक्षण में वृहद गौसंरक्षण केन्द्र, पिपरा चन्द्रभान में सोख्ता पिट का अभी गड्ढा खुदाई का कार्य किया जा रहा है जबकि दो माह पूर्व ही सोख्ता पिट का निर्माण कराये जाने हेतु सहायक विकास अधिकारी (प०) को निर्देशित किया गया था, परन्तु उनके द्वारा अपने कार्यों में लापरवाही बरती गयी।
इस लापरवाही के लिए चन्द्रभूषण तिवारी सहायक विकास अधिकारी (पं0), देवरिया सदर को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गयी तथा निर्देशित किया गया कि एक सप्ताह के अन्दर सोख्तापिट का निर्माण कार्य पूर्ण करायें। इस गोसंरक्षण केन्द्र में पशुओं को चारा के रूप में दी जाने वाली भूसा को भिगोकर नहीं खिलाया जा रहा है तथा इन्हें खिलाने हेतु हरा चारे की भी व्यवस्था नहीं है। गौशाला में साफ-सफाई की स्थिति ठीक नहीं पायी गयी। इस संबंध में अध्यक्ष, भगवान चैरिटेबल ट्रस्ट को निर्देशित किया गया कि तत्काल पशुओं को हरा चारा खिलाने की व्यवस्था करें तथा गोवंशों को भूसा भिगोकर खिलायें तथा हरा चारा उपलब्ध न कराये जाने के संबंध में कारण स्पष्ट करें कि क्यों न इस लापरवाही के लिए आपके ट्रस्ट का अनुबन्ध समाप्त कर दिया जाय ।..
इस गौशाला में बाउण्ड्रीवाल निर्माण हेतु क्रिटिकल गैप से धनराशि दो माह पूर्व ही दी कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग (नि०ख०) देवरिया को गयी है, परन्तु अभी तक बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है, यह स्थिति अत्यंत ही खेदजनक है। अधिशासी अभियन्ता, लो०नि०वि० नि०ख० को निर्देशित किया गया कि तत्काल बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कार्य प्रारम्भ करायें तथा अभी तक निर्माण कार्य न कराये जाने के के संबंध में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों न इस लापरवही के लिए उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही प्रारम्भ किया जाए।इस गौसंरक्षण केन्द्र में नेपियर चारे की बुआई किया जाना पाया गया, परन्तु निरन्तर पानी न देने के कारण लगभग 75 प्रतिशत घासे सूख गयी है। साथ ही जिस स्थल पर चारे की बुआई की गयी है उसका घेरा न बनाये जाने के कारण पशुओं द्वारा उक्त घास को नष्ट कर दिया जा रहा है। ग्राम सचिव को निर्देशित किया गया कि इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों न उक्त लापरवाही के लिए आपके विरूद्ध कठोर कार्यवाही किया जाए। गौसंरक्षण केन्द्र के परिसर में चारा बुआई के लिए काफी जगह उपलब्ध है जिसमें खेत निर्माण कर फेसिंग कराते हुए चारा उत्पादन के लिए ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया है। साथ ही गोवंशों को खिलाने हेतु सूडान चरी, एम०पी० चरी की भी बुआई तत्काल कराया जाए ताकि अतिशीघ्र गोवंशों को हरा चारा उपलब्ध हो सके।
इस गौ सरंक्षण केन्द्र में 218 गोवंश संरक्षित पाये गये, जिसमें से 208 नर एवं 10 मादा गोवंश हैं। मौके पर 04 पशुओं का टैगिंग नहीं होना पाया इस लापरवाही के लिए उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, देवरिया सदर को निर्देशित किया गया कि कारण स्पष्ट करें कि क्यों न इस लापरवाही के लिए उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही किया जाए। मौके पर 04 गोवंश बीमार पाये गये, जिसका इलाज होना पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया। पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि बीमार पशुओं को अलग रखकर उचित प्रबन्धन करते हुए इलाज करायें उक्त प्रकार के बीमार गोवंशों का अलग रखने हेतु सिक रूम उपलब्ध नहीं है जिसके निर्माण कराये जाने हेतु मौके पर उपलब्ध सहायक विकास अधिकारी (पं0), देवरिया सदर को निर्देश दिये गये।