देवरिया। शहर के नेशनल पब्लिक स्कूल सोन्दा और ब्रांच चांदपार भटनी देवरिया के प्रांगण में शिक्षक-दिवस का समारोह पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ भारत माता एवं डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक श्री संजय मिश्र एवं प्रधानाचार्या श्रीमती मृदुला सिंह बघेल के कर-कमलों द्वारा हुआ ।
विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा इस समारोह का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया गया। छात्र -छात्राओं ने केक काटकर और आपस में मिठाइयाँ खिलाकर देश के द्वितीय राष्ट्रपति डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति ने समस्त अध्यापक- अध्यापिकाओ एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को मोमेन्टो एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया एवं शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया ।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मृदुला सिंह बघेल ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए बताया कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक होने के साथ-साथ एक कुशल राजनितिज्ञ भी थे। वह वर्ष 1949 से 1952 तक सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक के राजदूत रहे और वर्ष 1952 में भारत के उपराष्ट्रपति के पद पर आसीन हुए। श्रीमती सिंह ने छात्रों को उनके पद चिन्हों पर चलने की बात कही।
वहीं ब्रांच चांदपार भटनी देवरिया में शिक्षक दिवस के अवसर पर समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता के लिए गणमान्य और विशिष्ट व्यक्तियों को क्वाडिनेटर खुशबू जायसवाल द्वारा सम्मानित किया गया।
विद्यालय के निदेशक श्री राजीव शंकर मिश्र ने कहा कि डा० राधाकृष्ण 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के छोटे से गाँव तिरुमनी में एक सामान्य ब्राह्मण परिवार में हुआ था । बचपन में बहुत सुख-सुविधा न मिलने के बावजूद भी उनके चरित्र और कार्यशैली के कारण उनका नाम भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है।
विद्यालय के प्रबंध निदेशक श्री संजय शंकर मिश्र ने डॉ० राधाकृष्णन के जीवन-चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वे दर्शन शास्त्र के विद्वान थे जिन्हें 1909 में मद्रास प्रेसीडेंसी कालेज में दर्शन शास्त्र का अध्यापक बनाया गया। 1918 में मैसूर यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर के रूप में ‘चुना गया। ये बनारस विश्वविद्यालय में कुलपति के पद को भी सुशोभित किये थे। छात्र -छात्राओ को ऐसे महापुरूषों के द्वारा बताए गये मार्ग पर चलने की महती आवश्यकता है।
संचालन विद्यालय’ के अध्यापक संजीव तिवारी व 12वी की छात्रा पल्लवी सिंह ने किया।
इस अवसर पर मुख्य शाखा के सौरभ शंकर मिश्रा, डा0 अन्जू सिन्हा, बी.डी. मिश्रा, विपिन चन्द गुप्ता, अम्बिका दत्त पाण्डेय, खुशबू जायसवाल,अभिषेक राय, बृजेश सिंह, आशुतोष सिंह, दिव्यांशु दूबे, जनार्दन तिवारी, मनीष मणि, मुकेश दुबे, नित्यानन्द, नवनीत चतुर्वेदी, सिद्धार्थ तिवारी, प्रकाश मिश्र, अजीत गुप्ता, विकास कुशवाहा, विकास सोनी, अंशिका, अंशु, सोनल शुक्ला, अनुराधा, आशा गुप्ता, मोहिनी सिंह, करिश्मा उपाध्याय, दिव्या पाण्डेय, कीर्ति, कृष्णा मित्रा,
मिथुन, पल्लवी, प्रिया मिश्रा, राधा जायसवाल, राजश्री, रानी, ऋचा मिश्रा, सरिता, शिखा, स्नेहा, सुजाता, श्वेता, संजीव मिश्रा, अन्नू, सुमन, पूजा, निकिता, प्रिया कुशवाहा, पूजा श्रीवास्तव, खुशबू शुक्ला, सुष्मिता तिवारी, सोनी गुप्ता, एकता शुक्ला, आदर्श, शिवांगी शाही, अभिलाषा, बृजेश तिवारी, विवके मिश्रा, अश्वनी ओझा, अल्का सिंह तथा चॉदपार, भटनी ब्रांच के गिरिजेश तिवारी, यजुवेन्द्र मिश्रा, अहमद सर, अक्सा, चंदा तिवारी, रानी शुक्ला, सुमन मिश्रा, अम्बालिका पाण्डेय, रीना पाण्डेय, सत्यम दुबे, रेनू जायसवाल, अदिती तिवारी, रंजना तिवारी, गुन्जन गुप्ता, पल्लवी मिश्रा, नुपूर मिश्रा, सृष्टि सिंह, दृष्टि जायसवाल, सौरभ तिवारी सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहें।