Deoria News देवरिया टाइम्स।
मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा सम्पूर्ण समाधान के उपरान्त अपराह्न 02 बजे हेल्थ अवरनेंस सेंटर, पकड़ी लाला एवं पुरैना विकास खण्ड-सलेमपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
हेल्थ अवरनेंस सेंटर पकड़ी लाला के निरीक्षण के समय सी०एच०ओ० नेहा सिंह उपस्थित पायी गयीं। यह केन्द्र किराये पर लिया गया है, परन्तु एक भी दिन यह खुला नहीं है और न ही फ्लैक्स एवं बैनर लगा है।
इस केन्द्र पर डी०सी०पी०एम० द्वारा जो सामग्री दी गयी है जैसे:- कुर्सी, मेज, बेड, फ्रीज, आलमीरा आदि दिया गया है उसमें से कोई भी सामान इस केन्द्र पर नहीं मिला। निरीक्षण में स्वास्थ्य केन्द्र पर दवा की उपलब्धता नहीं पायी गयी, बी० पी०जॉच मशीन मेज के दराज में रखी पायी गयी, इस केन्द्र पर डी०वी०डी०, एम०एस०,आई0डी0 नहीं है, स्टाक रजिस्टर नहीं बनाया गया है। निरीक्षण के समय इस केन्द्र पर 05 आयुष्मान कार्ड बनाये गये थे, जिससे परिलक्षित होता है कि इनकी आयुष्मान कार्ड बनवाने में सहभागिता / रूची नहीं है। सी०एच०ओ० नेहा सिंह जिस स्थान पर चिकित्सकीय कार्य किया जाता है वहाँ फलैक्स बोर्ड अथवा बैनर न लगे होने के कारण आम जनता को इसकी जानकारी नहीं है तथा यह चिकित्सीय कार्य के लिए भ्रमण पर भी नहीं जाती है। इससे परिलक्षित होता है कि सी०एच०ओ० नेहा द्वारा अपने पदीय दायित्वों में लापरवाही एवं उदासीनता बरती जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी, देवरिया को निर्देशित किया गया कि उपरोक्त लापरवाही के लिए सी०एच०ओ० के विरूद्ध कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
हेल्थ अवरनेंस सेंटर, पुरैना केन्द्र पर सी०एच०ओ० अमिता यादव उपस्थित पायी गयीं। सी०एच०ओ० द्वारा बताया गया कि हेल्थ अवरनेंस सेंटर बना है, परन्तु कार्यदायी संस्था द्वारा इसे हैण्डओवर नहीं किया गया है। हेल्थ अवरनेंस सेंटर जहाँ बनाया गया है उसके चारों तरफ गन्दगी ग्रामवासियों द्वारा किया गया है। इस केन्द्र पर डी०सी०पी०एम० द्वारा जो सामग्री दी गयी है जैसे:- कुर्सी, मेज, बेड, फ्रीज, आलमीरा आदि उसे अनुपयोगी सामान की तरह गट्ठर बांधकर रखा गया है,उसे नये भवन में नहीं पहुँचाया गया है। मात्र बी०पी० नापने की मशीन ही उपयोग किया जा रहा है। निरीक्षण के समय इस केन्द्र पर 05 आयुष्मान कार्ड बनाये गये थे, जिससे परिलक्षित होता हे कि इनकी आयुष्मान कार्ड बनवाने में सहभागिता / रूची नहीं है। निरीक्षण में स्वास्थ्य केन्द्र पर दवा की उपलब्धता नहीं पायी गयी। उपरोक्त से परिलक्षित होता है कि इस केन्द्र पर कार्यरत सी०एच०ओ० द्वारा अपने पदीय दायित्वों में लापरवाही एवं उदासीनता बरती जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी, देवरिया को निर्देशित किया गया कि उपरोक्त लापरवाही के लिए सी०एच०ओ० के विरूद्ध कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।