Deoria News देवरिया टाइम्स। माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा आयोजित हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं नकल विहीन एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में समस्त केंद्रों के सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं केंद्र व्यवस्थापकों की बैठक आज टाउन हॉल सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को परीक्षा के दौरान उनके दायित्व के साथ कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने वाले नकल माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 193 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। हाई स्कूल में 72,003 विद्यार्थी तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा में 68,210 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने एवं परीक्षा को सुचारू रूओ से संपन्न कराने के लिए तीन सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 5 जोनल मजिस्ट्रेट तथा 36 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 193 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। 193 केंद्र व्यवस्थापक एवं 4,008 कक्ष निरीक्षकों को परीक्षा कार्य संपन्न कराने के लिए तैनात किया गया है। डीएम ने बताया कि जनपद परीक्षा अति संवेदनशील 16 जनपदों में शामिल है ।अतः किसी भी तरह की कोई कोताही न बरती जाए।
डीएम ने बताया कि एलआईयू, पुलिस बल, सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रथम एवं द्वितीय पाली में प्रतिदिन निरीक्षण करेंगे और उसकी आख्या कंट्रोल रूम तथा जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएंगे।
परीक्षा कक्ष में वॉइस रिकॉर्डर के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी निगरानी विद्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम से की जाएगी। परीक्षा केंद्र पर किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एवं मोबाइल को लाने की अनुमति नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र पर डबल लॉक अलमारी में सुरक्षित रखें गए हैं। डबल लॉक को स्टैटिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में केंद्र व्यवस्थापक एवं बाह्य केंद्र व्यवस्थापक द्वारा खोला तथा बंद किया जाएगा। जिस अलमारी को प्रश्न पत्रों हेतु डबल लॉक अलमारी बनाया गया है, उसमें प्रश्न पत्र के अतिरिक्त कोई अन्य सामग्री नहीं रखी जाएगी। परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र के प्रकटन की दशा में संबंधित स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक एवं बाह्य केंद्र व्यवस्थापक को उत्तरदायी माना जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने की जिम्मेदारी स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक और बाह्य केंद्र व्यवस्थापक की है।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा की परीक्षा को नकल विहीन कराना सिर्फ प्राथमिकता है। पुलिस प्रशासन इसके लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। समस्त थानाध्यक्षों को ड्यूटी लगाने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, एडीएम (वित्त एवं राजस्व) नागेंद्र कुमार सिंह, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, एसडीएम सदर सौरभ सिंह, एसडीएम रुद्रपुर ध्रुव कुमार शुक्ला, एसडीएम बरहज गजेंद्र सिंह, एसडीएम भाटपाररानी संजीव उपाध्याय, एसडीएम सलेमपुर अरुण कुमार डीआईओएस डॉ विनोद कुमार राय, एडीआईओएस महेंद्र कुमार सहित विभिन्न अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेटगण व केंद्र व्यवस्थापकगण मौजूद थे।
नकल करने वालों पर उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 1998 के तहत होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान नकल को रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति नकल करता अथवा करवाता हुआ पाया जाता है तो उसके विरुद्ध उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 1998 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के तहत नकल करते हुए पकड़े जाने पर 3 माह की सजा अथवा ₹2000 का अर्थदंड अथवा दोनों का प्राविधान है। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति नकल करवाता हुआ पकड़ा जाता है तो उसे 1 वर्ष की जेल की सजा का प्राविधान है। जनपद में पर्याप्त संख्या में सचल दस्तों का गठन किया गया है साथ ही आंतरिक सचल दस्तो के माध्यम से भी नकल करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। नकल करने वालों को किसी भी दशा में पास होने नहीं दिया जाएगा।
कंट्रोल रूम का किया गया है गठन
जिलाधिकारी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा से जुड़ी शिकायतों को दूर करने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसका संपर्क नंबर 9598565105 तथा 9651045429 है। परीक्षार्थी परीक्षा से जुड़े प्रश्नों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त/शिकायत कर सकते हैं।
जिलाधिकारी ने परीक्षार्थियों को दी शुभकामनाएं
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने 16 फरवरी से प्रारंभ हो रहे बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों, उनके अभिभावकों एवं शिक्षकों को शुभकामनायें दी है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परीक्षा को लेकर अनावश्यक तनाव न लें और अंतिम समय में रिविजन पर फोकस करें।