Deoria News देवरिया टाइम्स।
राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टि क्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मार्च 2022 से मार्च 2023 तक प्रदेश स्तर पर मोतियाबिंद के सर्वाधिक आपरेशन करने वाले जिलों में देवरिया ने टापटेन में अपना स्थान बनाया है। वहीं मंडल स्तर पर जिले ने पहला स्थान प्राप्त किया है। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बरहज के सर्जन डॉ बीएन यादव ने सर्वाधिक लाभार्थियों के मोतियाबिंद की सर्जरी कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। सीएचसी सोनाड़ी के सर्जन डॉ पंकज कुमार ने लाभार्थियों के आँखों का सर्जरी कर प्रदेश में तीसरी रैंक हासिल कर जिले का मान बढ़ाया है।
सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया ने इस उपलब्धि पर सम्बंधित चिकित्सकों के कार्य को सराहते हुए बधाई दी है । उन्होंने बताया कि सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक द्वारा 2022-23 की एक प्रदेश स्तरीय रैंकिंग सूची जारी की गई है। इसमें एक से लेकर दस तक की रैंक दी गई हैं। प्रदेश स्तर की जारी रैंकिंग में जिले ने 26776 लक्ष्य के सापेक्ष 30260 लोंगो की सर्जरी कर 113 .01 प्रतिशत की उपलब्धि प्राप्त कर प्रदेश स्तर पर टॉपटेन में अपना स्थान बनाकर मंडल स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया है। सीएचसी बरहज के सर्जन डॉ बीएन यादव ने सर्वाधिक 1673 लाभार्थियों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर पूरे प्रदेश में पहला और सीएचसी सोनाड़ी के सर्जन डॉ पंकज कुमार ने 847 लाभार्थियों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आंख का आपरेशन सरकारी प्रावधानों के तहत कराया जाता है।
एक रूपये का आता है खर्च
अपनी उपलब्धि के बारे में डा बीएम यादव का कहना है कि आंखों के इलाज को वो एक पेशा नहीं बल्कि अभियान की तरह लेते हैं। उनका कहना है कि वर्षों से हम इसे एक अभियान की तरह चला रहे हैं। इसके अंतर्गत वह आपरेशन के लिए आए हर मरीज से पूछते हैं कि तुम्हारा आपरेशन कराने में कितना रुपया खर्च हुआ, जब वह मरीज कहता है कि नहीं कोई रूपया खर्च नहीं हुआ। तब डा यादव जवाब में उसे बताते है कि नहीं तुम्हारा एक रूपया पर्चा बनवाने में तो खर्च हुआ हैं, तो अब अपने गांव में जिस गरीब इंसान की आंखों में समस्या हो तो उसे यहां लेकर आना। उससे कहना कि सीएचसी में एक रूपया में आपरेशन होता है।