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देवरिया टाइम्स

प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 319 करोड़ रुपये की लागत की इंडियन ऑयल के बैतालपुर टर्मिनल पर अतिरिक्त सुविधाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। प्रधान मंत्री द्वारा इन सुविधाओं का लोकार्पण वाराणसी से एक वर्चुअल समारोह के माध्यम से किया गया।

इंडियन ऑयल के बैतालपुर टर्मिनल पर इस लोकार्पण समारोह में श्री शलभ मणि त्रिपाठी, विधायक, देवरिया सदर, देवरिया-कुशीनगर, श्री अखंड प्रताप सिंह, जिला मजिस्ट्रेट, देवरिया; श्री संकल्प शर्मा, पुलिस अधीक्षक, देवरिया; भाजपा जिलाध्यक्ष श्री भूपेंद्र सिंह, श्री अंतरयामी सिंह,श्री देवेन्द्र सिंह, महाप्रबंधक (संचालन), यूपीएसओ-I, इंडियनऑयल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ जिला प्रशासन और इंडियन ऑयल के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

पूर्वी उत्तर प्रदेश में बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने के लिए इस टर्मिनल पर 319 करोड़ की लागत से मौजूदा सुविधाओं में वृद्धि की गई है। इसकी भंडारण क्षमता 30,000 किलोलीटर से बढ़ाकर 1,02,000 किलोलीटर कर दी गई है। इस टर्मिनल में नए टैंकों का निर्माण किया गया है और कुछ मौजूदा टैंकों की भंडारण क्षमता को सुरक्षा मानदंडों को पूरा करते हुए बढ़ाया गया है। संशोधित टर्मिनल में 2×8 बे टैंक ट्रक लोडिंग गैन्ट्री और एमएस, एचएसडी, इथेनॉल और बायोडीजल के भंडारण टैंक भी शामिल है।

यह टर्मिनल अब पटना-मोतिहारी-बैतालपुर पाइपलाइन से जुड़ चुका है। पाइपलाइन कनेक्टिविटी होने से प्रति वर्ष लगभग 14,000 टन कार्बन उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है। इस टर्मिनल पर अब रेल वैगनों या पाइपलाइन के माध्यम से पेट्रोलियम उत्पाद प्राप्त करने की सुविधा उपलभ्ध है। संवर्धित टर्मिनल पर वित्त वर्ष 23-24 के लिए अनुमानित श्रूपुट 1,090 टीएमटीपीए (एमएस: 1230 केएल/प्रतिदिन और एचएसडी: 1970 केएल/प्रतिदिन) है।

क्षेत्र और राज्य के औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति में इस टर्मिनल का योगदान महत्वपूर्ण होगा। बॉटम लोडिंग सुविधाओं के साथ टैंक ट्रक लोडिंग का अत्याधुनिक स्वचालन सिस्टम न सिर्फ लोडिंग संचालन को सुव्यवस्थित करेगा वल्कि यह इस क्षेत्र में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति बढ़ाने में भी सहायक होगा। इस सुधार से पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति व्यवस्था सुद्रण हो जायेगी। वाष्प पुनर्प्राप्ति इकाई के साथ मिलकर बॉटम लोडिंग सुविधाएं पर्यावरण में वीओसी के उत्सर्जन को कम करने में मदद करेंगी। इथेनॉल और बायो-डीजल की बढ़ी हुई भंडारण क्षमता पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्थायी ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।

दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य में इस टर्मिनल से क्षेत्र से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होने के साथ-साथ सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है। इस सुविधा से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के नए अवसरों के दृष्टिगत प्रति वर्ष 11.9 लाख मानव-घंटे का सृजन होगा जो स्थानीय आबादी को लाभान्वित करेगी। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख प्रभाकर राय, सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेन्द्र शाही,एसवी सिंह डीपी सिंह, एमके श्रीवास्तव, ऐके त्रिपाठी, एवं आलोक यादव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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