Deoria News:देवरिया टाइम्स।विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च जो कि नेचर फोरेयर सोसाइटी एवम इकोसिस फाउंडेशन फ्रांस के द्धारा सर्वप्रथम 2010 में पहली बार मनाया गया था। 20 मार्च गौरैया दिवस
,के अवसर पर प्रति वर्ष की भांति गौरैया संरक्षण हेतू एक पखवारा तक विभिन्न कार्यक्रम (19 मार्च से) आयोजित किया जाने का लक्ष्य रखा गया गया है। इस अनुक्रम में प्रथम दिन एक पोस्टर एवं ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय दीन दयाल पार्क में बच्चों के बीच अर्चना फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया।
फाउंडेशन के ट्रस्टी हिमांशु कुमार सिंह द्धारा सर्वप्रथम वातावरण प्रदूषण और वृक्ष के महत्व के साथ छोटी सी चिड़िया गौरेया के पुनः आगमन एवं उसके संरक्षण के बारे मे बताया साथ ही कि पोस्टर प्रतियोगिता का थीम शेव द नेचर, शेव द स्पैरो, विषय पर लगभग 60 बच्चों के बीच प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें कोई भी छात्र या छात्रा निशुल्क भाग ले सकता था । मुख्य अतिथि के रूप में वन क्षेत्राधिकारी श्रीमती अनुपम मौर्या ने कहा कि धरती में मानव के लिए अपार खनिज संसाधन छिपे हैं, जिसका मानव अनुचित रूप से ढोहन कर रहा हैं।
गौरिया हमारे घर से अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण और मोबाइल की ध्वनि के कारण दूर होती चली जा रही हैं। बढ़ता तापमान भी एक प्रमुख कारण है। इन्हें घर आगमन की पुनः जरूरत है।फाउंडेशन लगातार सात साल से इस मुहिम के अंतर्गत क़रीब 3000 हजार लोगों तक लकड़ी, टिन, टेराकोटा मिट्टी से बना घुरौंदा बांट चुका है, लोगों से इस अपील के साथ कि अपने घर की छात , मुंडेरा पर थोड़ा सा दाना, थोड़ा सा पानी अवश्य रखें। ताकि चिलचिलाती धूप में गौरैया को आसरा मिल सके। इस अवसर पर श्रेष्ठ पांच प्रतिभागी प्रिंसी जयसवाल, जानवी पासवान, मानवी सिंह कशिश वर्मा, शनाज परवीन को पुरस्कृत किया गया साथ में लगभग 25 बच्चों को टेराकोटा का घरौंदा दिया गया।
इस अवसर पर विजय पटेल,ब्लूमिंग रोज की प्रिंसिपल अंजली यादव, मुद्रिका सर्राफ, अजय विश्वकर्मा, प्रियांश कमानी, पंखुड़ी मल्ल, आद्रिका वर्मा, अनुष्का आदि लोग उपस्थित थे। अथितियो के प्रति आभार सीमा सोनी ने व्यक्त किया।