देवरिया टाइम्स 20 मार्च 2023
सोमवार को ‘विश्व गौरैया दिवस’ के अवसर पर अर्चना फाउंडेशन के हिमांशु कुमार सिंह द्वारा आहूत ‘पोस्टर डिजाइन प्रतियोगिता’ में एनसीसी कैडेट्स ने पेंटिंग बनाई, जिसका थीम था, Save the environment and save the sparrow. इस दौरान बटालियन के कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल ए.के. सिंह द्वारा अपने संबोधन में एनसीसी कैडेट्स को बताया गया कि गौरैया हमारे पर्यावरण का बहुत ही महत्वपूर्ण पक्षी है
जिसका पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम योगदान है किंतु पिछले दशक में इसकी संख्या में काफी कमी देखी गई है घरों में व छत की मुंडेर पर नजर आने वाली गौरैया अब नहीं दिखाई देती है जोकि चिंता का विषय है तथा यह हम मनुष्यों की पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के प्रति लापरवाही को दर्शाता है जो कि सही नहीं है।
◆कभी हम अपने घरों में चिड़ियों की चहचहाहट सुनकर जागते थे आज हमें मोबाइल अलार्म लगाना पड़ता है जबकि चिड़ियों की चहचहाहट का संगीत सुनकर जो ऊर्जा हमें प्राप्त होती थी वह हमारे लिए काफी सकारात्मक होती थी तथा मानसिक शांति प्रदान करती थी। आज हमें आवश्यकता है पर्यावरण के महत्वपूर्ण घरेलू पक्षी गौरैया जो कि मानव की सबसे करीबी दोस्त है, को सहेजने की व इनके वंश के संवर्धन की। आसपास के वायुमंडल को हरा भरा करने की एवम तापमान को कम करने की क्योंकि गौरया अत्यधिक तापमान नहीं सहन कर सकती, इसी वजह से वे घर आंगन से दूर होती जा रही हैं.!
◆अर्चना फाउंडेशन के हिमांशु कुमार सिंह जी ने बताया कि वह पिछले 7 वर्ष से गौरैया के संरक्षण व संवर्धन की इस पंछी अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं तथा लोगों से गर्मियों के दौरान इस घरेलू पक्षी के लिए घर की छतों पर थोड़ा सा दाना , थोड़ा सा पानी रखने का आग्रह एवम अपील कर रहे हैं इस दौरान पोस्टर डिजाइन कंपटीशन में बढ़िया पोस्टर बनाने वाले एनसीसी कैडेट्स को पुरस्कार स्वरूप ट्राफी देकर सम्मानित किया गया तथा प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी 24 कैडेट्स को लकड़ी के बनाए गए गौरैया के घर प्रदान किए गए।
◆इस दौरान आनरेरी लेफ्टिनेंट सूबेदार मेजर बलविंदर सिंह, सूबेदार पाल कृष्ण पाल, सूबेदार सुखराम समद, नायब सूबेदार बलजीत सिंह, प्रधान सहायक अनिल कुमार मिश्रा, वरिष्ठ सहायक संजय सिंह, सविता प्रसाद, राजकमल दीक्षित, विमलेश कुमार आदि उपस्थित रहे।