1 / 3
Caption Text
2 / 3
astha
3 / 3
ssmall


Deoria News:देवरिया टाइम्स।

यूपी के देवरिया से बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां प्राथमिक विद्यालय से बर्खास्त 85 शिक्षकों से 25 करोड़ रुपए की वसूली होगा। इस निमित्त बेसिक शिक्षा विभाग ने वसूली के लिए आर सी जारी कर दी है। इन सभी शिक्षकों के द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र का प्रयोग कर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक की नौकरी हथियाया गया था। यूपी पुलिस की एसटीएफ और बेसिक शिक्षा विभाग की संयुक्त जांच में सभी 85 शिक्षको के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे।
बेसिक शिक्षा विभाग सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ फिर दर्ज कराया गया था। यही नहीं इन शिक्षकों द्वारा वेतन और अन्य मदों में ली गई धनराशि जमा करने का निर्देश दिया गया था। मगर किसी ने भी धनराशि जमा नहीं किया।


ये सभी शिक्षक जिले के विभिन्न विद्यालयों में तैनात थे। विभाग द्वारा की गई जांच में इन सभी शिक्षकों द्वारा लगभग 25 करोड़ रुपये की धनराशि वेतन और अन्य मदों में ली गई है। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा वसूली के लिए सभी के खिलाफ आरसी जारी की गई है। विभाग के मुताबिक पैसा न जमा करने पर आरोपी शिक्षको की जमीने नीलाम कर वसूली की जाएगी।


इन शिक्षकों से से होगी वसूली
जिन शिक्षकों से वसूली की जानी है। इनमें सलेमपुर रोड निवासी राम लखन से 63.86 लाख, ठाकुर नगर वार्ड के राम भरोसा से 87.60 लाख, सलाहाबाद वार्ड निवासी वीना रानी से 72.69 लाख, टीचर्स कॉलोनी के सुशील कुमार सिंह से 48.24 लाख, हरैंया के आलोक कुमार से 11. 90 लाख, गौरव कुमार से 10.37 लाख, स्वाति तिवारी से 37.6 5 लाख, विराजभार के वेद प्रकाश तिवारी से 22.62 लाख, गुलाबचंद से 22.62 लाख, बरसी पार के राजेश कुमार से 34.79 लाख रुपए वसूले जाने हैं।

इसी तरह दीनानाथ तिवारी से 85.17 लाख ,बिरजानंद यादव से 54.15 लाख , कसिली की रीता मिश्रा से 77 . 51 लाख, बरसी पार की रेनू बाला से 63.86 लाख, प्रियंका से 46. 50 लाख, रेवली के हरेंद्र यादव से 96 लाख, मझवलिया गांव के वृंदा लाल गौतम से 54.42 लाख , रंगोली के चंद्रभूषण यादव से 43.50 लाख, बतरौली के सरोज यादव से 37. 93 लाख, भागलपुर के संजय कुमार से 68.50 लाख समेत तिवारीपुर के अभिषेक तिवारी से 9.65 लाख रुपये की वसूली होनी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि देवरिया जिले के 85 Mistakes के खिलाफ वसूली के लिए आरसी जारी की गई है। इन सभी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here