Deoria News देवरिया टाइम्स।
जिले के रुद्रपुर कोतवाली और गौरीबाजार थाना क्षेत्र के बीच हुए युवक के हत्या की गुत्थी सोमवार को सुलझ गई। अवैध संबंध में बाधक बनने पर युवक के दोस्त ने ही उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को जेल भेज दिया।
रामलक्षन के रहने वाले सब्जी कारोबारी नूर मुहम्मद उर्फ गोली का शव चार मार्च को गौरीबाजार थाना क्षेत्र में बांकी पुल के पास मिला था। युवक की शिनाख्त होने के बाद मामला दो थानों के बीच फंस गया था। रविवार को पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के निर्देश पर मृतक की मां फातिमा की तहरीर पर रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या और शव छिपाने का मुकदमा दर्ज की। सोमवार को हत्या का आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने उसके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गमछा भी बरामद कर लिया।
मौलवी का बेटा है हत्यारोपी: रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के महेशपुर गांव के रहने वाले मुमताज आजम रामलक्षन मस्जिद पर मौलवी का काम करते हैं। छह माह से उनका बेटा रिजवान उर्फ
मोनू भी रामलक्षन रह रहा था। रामलक्षन का रहने वाला नूर मुहम्मद उर्फ गोलू भी मौलवी था। नूर मोहम्मद रामलक्षन चौराहा पर सब्जी का कारोबार करने के साथ ही मस्जिद में अजान भी करता के साथ ही मस्जिद में अजान भी करता था। उसी दौरान रिजवान और नूर में दोस्ती हो गई। जिसके बाद रिजवान भर दिया। का उसके घर आना-जाना शुरू हो गया। उसी दौरान नूर की बहन से उसका अवैध संबंध हो गया। नूर इसका विरोध करता था लेकिन लोक लज्जा के चलते वह चुप रहा। इसी विरोध के चलते रिजवान ने 28 फरवरी की रात में नूर मोहम्मद को अपने मोबाइल से वीडियो कॉल करके रामलक्षन स्थित अपने
किराए के मकान पर बुलाया और बातचीत के दौरान गमछा से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दिया। उस दिन मकान के एक कमरे में शव को छिपा दिया। दूसरे दिन एक मार्च को शव से बदबू महसूस होने पर शव को बोरे में
इसके बाद बाइक से रामलक्षन- देवरिया मार्ग पर बांकी पुल के पास ले जाकर नकटा नाला के किनारे फेंक दिया। जहां चार मार्च को लोगों ने उसका शव देख पुलिस को सूचना दी। शव को कुत्तों ने नोच दिया था जिसके चलते आंख निकालने व एसिड से जलाने जैसी स्थिति दिख रही थी।
हत्या के बाद नूर की बहन से धुलवाए थे कपड़े
नूर मोहम्मद की हत्या करने के बाद रिजवान उसी की बाइक उसके घर से मांग कर लाया। इसके बाद प्लास्टिक की रस्सी से शव को बाइक पर बांध ठिकाने लगा दिया। इसके बाद परिजनों के सामने नूर मुहम्मद को खोजने का नाटक भी करता रहा। नूर मुहम्मद के बड़े भाई अनवर अली ने बताया कि हत्या करने के दूसरे दिन अपना कपड़ा भी उसकी बहन से ही धुलवाया था। लेकिन घर के लोग उसके ऊपर थोड़ा भी शक नहीं कर रहे थे। यही नहीं इस दौरान उसने परिजनों के साथ ही पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई तो टूट गया और हत्या का राज उगल दिया।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में ये शामिल रहे
गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक उमेश कुमार बाजपेयी, रामलक्षन चौकी इंचार्ज नन्दा प्रसाद, एसआई अंजनी कुमार यादव, रमाकान्त भारती, उमेश कुमार चौहान, राजेन्द्र राव व महिला कांस्टेबल रुचि सिंह शामिल रहीं।