देवरिया टाइम्स।
महर्षि देवरहा बाबा आश्रम में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन कथाव्यास पं. श्यामसुन्दर पाराशर ने भगवान की मनमोहक बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजा की कथा सुनाई। कथा व्यास ने कहा कि भागवत कथा का श्रवण करने वालों का सदैव कल्याण होता है और मुक्ति मिलती है।
उन्होंने ने कहा कि मनुष्य जीवन विषय वस्तुओं को भोगने के लिए नहीं बना है, लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति छोड़कर विषय वस्तुओं को भोगने में ही लगा हुआ है। जीवन में सदैव दूसरों की भलाई के काम करते रहने चाहिए| व्यक्ति को सपने में भी किसी का अहित नहीं करना चाहिए| हमें यह मानव शरीर जगत कल्याण के लिए मिला है। उन्होंने कहा कि इस शरीर से ज्यादा से ज्यादा मानव कल्याण के लिए कार्य करें। समाज, राष्ट्र कल्याण के मार्ग पर दूसरों का अनहित करने वाले को भगवान कभी क्षमा नहीं करते हैं, इसलिए अपने जीवन में सदैव दूसरों के हित का कार्य करें| जब जब धरती पर धर्म नष्ट होकर अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान इस धरती पर जन्म लेकर भक्तों का उद्धार करते हैं। कथाव्यास ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था।
उसका घमंड दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बारिश कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली (सबसे छोटी) पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया, सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ तो उसने भगवान श्रीकृष्ण से माफी मांगी।
इसी क्रम हिंदी को भारत विश्व तक पुनः स्थापित करने वाले विश्व विख्यात कवि, जो कि कविता के मंचन, वाचन, गायन के साथ-साथ वकतृत्व प्रतिभा के भी धनी ,डॉ कुमार विश्वास देवरहा बाबा के मचान देवरिया में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में कल दिनांक 14 जून को सम्मिलित होंगे और अपने मुखारविंद से से श्रीमद् भागवत कथा की विधाओं का वाचन करेंगे | साथ ही इस कार्यक्रम में अन्य अति विशिष्ठ व्यक्ति और महंत जन भी सम्मिलित होंगें|
इस कार्यक्रम का आयोजन दयाल फाउंडेशन , राजेश सिंह क द्वारा किया जा रहा है |