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Deoria News:देवरिया टाइम्स। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पालक विकास अभिकरण नन्द किशोर ने बताया है कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 से शासनादेश के अनुसार एक नवीन योजना (MMMSY) प्रारम्भ की गई है। इस योजनान्तर्गत दो परियोजनाएं संचालित की जाएंगी।

मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य उत्पादन हेतु प्रथम वर्ष निवेश यथा मत्स्य बीज, मत्स्य पूरक आहार, जलापूर्ति संशाधन, दवाएं, जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य बीज की स्थापना हेतु स्पान, फ्राई, मत्स्य पूरक आहार जलापूर्ति संशाधन, हापा एवं जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा।
उक्त योजना में विभागीय वेबसाईट http://fisheries.up.gov.in पर ऑनलाईन आवेदन किया जाना होगा। ऑनलाइन आवेदन 07 फरवरी से प्रारम्भ होकर 16 फरवरी तक किए जा सकेगें। योजना में तालाबों के ऐसे सभी पट्टाधारक आवेदन कर सकते हैं, जिनके पट्टे की अवधि में न्यूनतम 4 वर्ष अवशेष हो।

योजना हेतु आवेदक को इकाई लागत रुपए 04 लाख प्रति हे0 पर 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। एक आवेदक को योजनांतर्गत अधिकतम 2.0 हे0 जलक्षेत्र तक लाभ अनुमन्य है। योजनान्तर्गत परियोजनाओं का विवरण, इकाई लागत आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले अभिलेख व विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट http://fisheries.up.gov.in पर देखा जा सकता है। योजना के सम्बन्ध में मत्स्य विभाग के जनपदीय कार्यालय से भी किसी कार्य दिवस में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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