Deoria News देवरिया टाइम्स। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा महात्मा गांधी नरेगा अन्तर्गत समस्त विकास खण्ड के कार्यक्रम अधिकारी एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी के साथ मनरेगा योजनान्तर्गत महत्वपूर्ण विन्दुओं पर समीक्षा बैठक की गई। बैठक में आवश्यक निर्देश दिये गये ।
मानव दिवस सृजन में शासन स्तर से संशोधित वार्षिक लक्ष्य 43.67 लाख सापेक्ष अब तक 41.64 लाख मानव दिवस का सृजन किया गया है, जो वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 95.35 प्रतिशत है सबसे कम प्रगति विकास खण्ड लार 61.40, भागलपुर- 73.47, बरहज – 77.23, देवरिया सदर – 83.29, गौरीबाजार 85.90, रामपुर कारखाना-92.35, पथरदेवा, 91.75, तरकुलवा – 96.12 एवं सलेमपुर 96.87 प्रतिशत ही पाये जाने पर सम्बन्धित अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी को अब तक शतप्रतिशत प्रगति नही किये जाने पर कारण बताओ नोटिस निर्गत करते हुए निर्देश दिये गये कि आवश्यक रणनीति अपनाते हुए वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत प्रगति करना सुनिश्चित करें एवं अवशेष मानव दिवस का सृजन कैसे करेंगे की सूचना उपायुक्त श्रम रोजगार को उपलब्ध करायें।
प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी महिला मेटो को 20 से अधिक श्रमिकों वाले कार्यस्थल पर नियोजित करने के सम्बन्ध मे कुल 163 महिला मेट नियोजित पायी गयी। विकास खण्ड बरहज एवं लार में किसी भी महिला मेट को नियोजित नही पाये जाने पर सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी / कार्यक्रम अधिकारी को आरोप पत्र निर्गत किया एवं निर्देश दिये गये कि मनरेगा योजनान्तर्गत चल रहे ऐसे कार्य जहां पर 20 से अधिक श्रमिक कार्य कर रहें है पर एक महिला मेट को नियोजित करना सुनिश्चित करें कार्य की मांग करने वाले श्रमिकों को मनरेगा योजनान्तर्गत चल रहे कार्य पर नियोजित किये जाने की समीक्षा में कुल 108197 श्रमिकों द्वारा कार्य की मांग के सापेक्ष 95853 श्रमिको को ही कार्य उपलब्ध कराया गया है जिसमे विकास खण्ड भागलपुर, भलुअनी लार, बरहज, सलेमपुर एवं गौरीबाजार द्वारा जनपद के औसत से भी कम श्रमिकों को नियोजित किये जाने पर सम्बन्धित कार्यक्रम अधिकारी एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी को सचेत करते हुए निर्देश दिया गया कि कार्य की मांग करने वाले शतप्रतिशत परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
योजनान्तर्गत कार्य कर रहे परिवारो को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराये जाने की समीक्षा मे जनपद के लक्ष्य 29017 के सापेक्ष मात्र 7024 परिवारों को ही 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। विकास खण्ड लार, देवरिया सदर, भागलपुर, पथरदेवा, गौरीबाजार एवं बैतालपुर द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष खराब प्रगति के पाये जाने पर सम्बन्धित अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी को कारण बताओ नोटिस निर्गत किया गया एवं निर्देश दिये गये कि सर्वप्रथम 95 दिवस का रोजगार प्राप्त कर चुके परिवारों का चिन्हांकन करते हुए उन्हें चल रहे कार्यों पर नियोजित करते हुए 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
मनरेगा योजनान्तर्गत पूर्व के वर्षों को एम०आई०एस० पर पूर्ण किये जाने की समीक्षा में वर्ष 2021-22 तक के कुल 13459 कार्य अपूर्ण पाये गये जिसमे विकास खण्ड देवरिया सदर मे 1170, गौरीबाजार में 1163, लार मे 1050, भागलपुर मे 1044 कार्य सार्वधिक पाये जाने पर सम्बन्धित खण्ड विकस अधिकारी एवं अतिरिक्त कायक्रम अधिकारी को सचेत करते हुए निर्देश दिये गये कि योजनान्तर्गत कराये गये समस्त कार्य जो भौतिक रूप से पूर्ण करते हुए भुगतान की कार्यवाही की जा चुकी है को एम०आई०एस० पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। (Area Officer App के माध्यम निरीक्षण किये की समीक्षा में विकास खण्ड भलुअनी एवं बनकटा द्वारा आख्या अपलोड किये जाने 05-05 कार्य का निरीक्षण करते हुए आख्या अपलोड करना सुनिचित करें।
समस्त सक्रिय जाब कार्ड धारकों को आधार से जोड़े जाने एवं आधार बेस पेमेण्ट की समीक्षा मे जनपद में कुल 185442 जाब कार्ड के सापेक्ष 184918 को आधार से जोड़ा गया है। विकास खण्ड लार मे अभी भी 392 सकिय जाबकार्ड धारकों को आधार से नही जोड़े जाने पर कार्यक्रम अधिकारी / खण्ड विकास अधिकारी लार एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी लार को “आरोप पत्र निर्गत करते हुए निर्देश दिये गये कि आज ही अवशेष जाबकार्ड धारकों को आधार से जोड़ना सुनिश्चित करें। प्रथम फेज के कार्यों के शतप्रतिशत जीओटैग के कार्य को एक सप्ताह में किये जाने के निर्देश दिये गये।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजनान्तर्गत श्रमांश पर रिजेक्टेड धनराशि की भुगतान की समीक्षा में विकास खण्ड व लार, पथरदेवा, भटनी, बरहज भागलपुर, बनकटा, भलुअनी एवं सलेमपुर में लम्बित ट्राजेक्शन पाये जाने पर सम्बन्धित कम्प्यूटर आपरेटर को निर्देश दिये गये कि आज ही भुगतान करना सुनिश्चित करें।
अन्त मे प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री आवास के लाभार्थियों को मनरेगय से मजदूरी का भुगतान किये जाने की समीक्षा मे कुल 2420 आवास के सापेक्ष कोई मस्टटररोल निर्गत नहीं किये जाने पर निर्देश दिये गये कि प्रथम किश्त की धनराशि प्राप्त कर चुके लाभार्थियों का मस्टररोल निर्गत किया जाना सुनिश्चित करें।