Deoria News देवरिया टाइम्स। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा जल जीवन मिशन के योजनाओं की गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा की गयी, जिसमें अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) द्वारा अवगत कराया गया कि मे० एल०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० 270 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया है, जिसमें पम्प हाऊस 157 नग, शिरोपरि जलाशय 172 नग का कार्य प्रगति पर है, 1313.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है
व FHTC 68236 नग कनेक्शन कर दिये गये है, मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि0 द्वारा 196 नग परियोजना का कार्य प्रारम्भ कराया गया है, जिसमें पम्प हाऊस 104 नग, शिरोपरि जलाशय 68 नग का कार्य प्रगति पर है, 1125.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है व FHTC 55900 नग कनेक्शन कर दिये गये हैं एवं मेरा रित्विक कोया द्वारा निर्धारित लक्ष्य 248 ग्राम पंचायत के सापेक्ष मात्र 221 डी०पी०आर० बनाये गये है, जिसमें 21 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा तीनों फर्मों को निर्देशित किया गया कि समस्त SLSSC से स्वीकृत DPR का Cover Agreement कराना एवं जितनी योजनाओं के Cover Agreement पूर्ण हो चुके हैं उन पर समयान्तर्गत कार्य कराना सुनिश्चित करें। मे० रित्विक – कोया को वर्तमान तक 06 भूमि उपलब्ध न होने पर फर्म के प्रोजेक्ट मैनेजर मे० रित्विक कोया कोडिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर DPMU के साथ उपजिलाधिकारियों से सम्पर्क स्थापित करते हुए भूमि की उपलब्धता बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया एवं उपलब्ध भूमि की DPR एक सप्ताह के अन्दर तैयार कराकर DWSM कराने के निर्देश दिये गये। अधोहस्ताक्षरी द्वारा FHTC की प्रगति धीमी होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी।
मे० एली०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० को आंवटित 383 ग्राम पंचायतों में से 302 के तैयार कवर एग्रीमेन्ट के सापेक्ष मात्र 270 पर ही कार्य प्रारम्भ किये गये है, जिसके अन्तर्गत 270 तैयार नलकूप के सापेक्ष मात्र 157 पम्प हाऊस का कार्य प्रगति पर है, 302 योजनाओं के सापेक्ष मात्र 172 शिरोपरि जलाशय का कार्य प्रगति पर है एवं मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि० को आवंटित 217 ग्राम पंचायत में से तैयार 217 के कवर एग्रीमेन्ट में से मात्र 196 पर ही कार्य प्रारम्भ किये गये है, जिसमें 196 तैयार नलकूप के सापेक्ष मात्र 104 पम्प हाऊस का कार्य प्रगति पर है। 217 शिरोपरि जलाशय के सापेक्ष मात्र 68 पर ही कार्य प्रारम्भ करने पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी। मे० एल०सी० मे० गायत्री लि0 को क्रमशः को 5.00 कि0मी0 पाइप लाइन बिछाने एवं 5000 नग FHTC प्रतिदिन करना अनिवार्य है। कार्य स्थल पर पाइप लाइन बिछाने के दौरान रोड कटिंग के पुर्नस्थापन का कार्य पाइप लाइन की टेस्टिंग के उपरान्त अतिशीघ्र करा दिया जाये। कार्य स्थल पर तराई की उचित व्यवस्था न पाये जाने एवं कार्य की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के अन्तर्गत समस्त निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता के साथ ससमय पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्माण कार्य की धीमी प्रगति होने के कारण तीनों फर्मों को अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) द्वारा चेतावनी के साथ नोटिस देने के निर्देश दिये गये।