नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से राहत न मिलने के चंद
मिनटों बाद शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली
सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नौ महीने से तिहाड़ जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी त्यागपत्र दे दिया।
सिसोदिया को सीबीआई ने दो दिन पहले ही गिरफ्तार किया था, जबकि जैन की गिरफ्तारी पिछले साल 30 मई को हुई थी। जैन के पास स्वास्थ्य व उद्योग समेत सात विभाग थे। गिरफ्तारी के बाद उनसे सभी विभाग वापस ले लिए गए थे। लेकिन, वह मंत्री पद पर कायम थे।
वहीं, सिसोदिया के पास शिक्षा, आबकारी समेत 18 विभागों की जिम्मेदारी थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इन्हें अब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना का पास भेजा जाएगा। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आबकारी नीति के भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में सहयोग न करने पर सिसोदिया को गिरफ्तार किया था।
आरोप साजिश : मनीष सिसोदिया ने
अपने तीन पेज के इस्तीफे में लिखा है कि आरोपों के गलत साबित होने तक मैं अपने पद से दूर रहना चाहता हूं। आरोप गलत हैं, जो डरपोक व कमजोर लोगों की साजिश के सिवा कुछ नहीं है। उनका निशाना मैं नहीं, अरविंद केजरीवाल हैं। कोई मुझे भ्रष्ट होने के लिए मजबूर नहीं कर सकता।