Deoria News:देवरिया टाइम्स। मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय द्वारा भूमि संरक्षण अधिकारी देवरिया द्वारा कराये जा रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया गया, मौके पर भूमि संरक्षण अधिकारी सतीष कुमार मौर्य, अवर अभियंता विजयानन्द पाण्डेय एवं श्री आलोक नायक और अन्य कर्मचारी एवं कृषक बन्धु उपस्थित रहे।
भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस योजना में कुल 5 माइक्रो वाटरशेड में 57 राजस्व ग्राम एवं 49 ग्राम पंचायतों का कुल 4700 हेक्टेयर क्षेत्रफल चयनित है। जिसका प्रति हेक्टेयर 22000/-प्रस्तावित है।इस योजना के अन्तर्गत माइक्रो वाटरशेड के ग्राम कौला मुण्डेरा का निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 04 ड्रॉपस्पिलवे बना पाया गया जिसका अनुमानित लागत 18. 12 लाख है, मौके पर पेंटिंग का कार्य कराया जा रहा है। कार्य प्रथम दृष्ट्या उपयोगी पाया गया, साथ ग्रामवासियों द्वारा भी बताया गया कि गांव की उपरी उपयोगी और उपजाऊ मिट्टी बह जाया करती थी जो अब रुकगी और कटान कम होगा।
भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देशित किया गया कि संरचना की गुणवत्ता बनाये रखने हेतु साईड में मिट्टी का भराव कराया जाये और जो मिली संरचना के इधर-उधर बिखरी हुई है उसको साईड में सरक्षित किया जाये। माइकोवाटरशेड 28185f1b के ग्राम सिरवनिया का निरीक्षण किया जिसक 03 अवरोध बाँध बना पाया गया जिसका कुल अनुमानित लागत 3.72 लाख है, । कार्य प्रथम दृष्टया उपयोगी पाया गया, यह कार्य बंजर भूमि पर कराया गया है मौके पर देखने से यह प्रतीत होता है कि पानी का ठहराव होगा जिससे कि भूमि की उर्वरा शक्ति में वृद्धि की संभावना है साथ ही भूगर्भ जल में वृद्धि होगी। भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अवरोध बाँध के लोवर साईड में वानस्पतिक आच्छादन अवश्य कराया जाये जिससे कि संरचना का स्थायित्व बना रहे।
भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस योजना में कुल 09 तालाबों के लक्ष्य के सापेक्ष 4.725 लाख का वित्तीय लक्ष्य निर्धारित है। आज ग्राम / परियोजना सवरेजीमनी (केसरपुर) का औचक निरीक्षण किया गया जिसके लाभार्थी कृषक का नाम सुरेश शर्मा पुत्र राजा, खसरा संख्या 05 में तालाब का लाभार्थी कृषक द्वारा का बीज डाला गया संरक्षण अधिकारी को को प्रेरित करें कि निर्माण कराया गया है, जिसमें पक्का इनलेट बना पाया गया। बताया गया कि इसमें भाकुर, ग्रास, नैनी आदि मछलियों जिससे लगभग 0.50 लाख के लाभ की संभावना है। भूमि निर्देशित किया गया कि आप अपने स्तर से लाभार्थी कृषक तालाब के बाँधो पर सब्जी / फल की खेती करे।
निरीक्षण के दौरान भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे चलायी जा रही समस्त योजनाओं का ब्यापक प्रचार प्रसार किया जाये जिससे कि कृषक इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठा सके, साथ ही यह भी निर्देश दिये गये कि कराये जा रहे कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण समय-समय पर होता रहे साथ ही योजना के प्रगति की जानकारी समय-समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।