Deoria News देवरिया टाइम्स।
विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) पर मंगलवार को सदर सांसद रामापतिराम त्रिपाठी और जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने सीएमओ कार्यालय परिसर से सारथी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का शुभारंभ किया। इस मौके पर परिवार नियोजन में बेहतर कार्य करने वाले 24 चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मनित भी किया गया।
धनवंतरि सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सांसद रामापतिराम त्रिपाठी ने कहा कि छोटा परिवार सुखी परिवार की बात बताकर स्वास्थ कार्यकर्ता समुदाय में परिवार नियोजन का अलख जगाएं। परिवार नियोजन में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम् होती है। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि जिले में 27 जून से 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवाड़ा चलाया गया । अब जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का दूसरा चरण सेवा प्रदायगी पखवाड़े के रूप में 31 जुलाई तक संचालित किया जाएगा। इस दौरान इच्छुक दंपत्ति व लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाएं दी जाएंगी।
सीएमओ डॉ राजेश झा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के 16 ब्लाक के लिए तीन-तीन सारथी वाहन संचालित किए जाएंगे। नगरीय क्षेत्र के लिए दो सारथी वाहन संचालित किए जाएंगे। इस तरह देखा जाए तो पूरे जनपद के लिए 51 सारथी वाहन मंगलवार से 14 जुलाई तक चलाए जाएंगे। इनके माध्यम से परिवार नियोजन के स्थायी साधन (महिला व पुरुष नसबंदी) और अस्थाई साधन (अंतरा, छाया, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, कंडोम आदि गर्भनिरोधक साधन) के बारे में समुदाय को जागरूक किया जाएगा। यह सारथी वाहन क्षेत्र में भ्रमण कर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाएंगे। छोटे परिवार के फायदे बताते हुए परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधन अपनाने के लिए जनमानस को जागरूक किया जाएगा। साथ ही समाज में परिवार नियोजन के विषय में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए एवं लोगों को जागरूक करने के लिए सारथी वाहन के माध्यम से परिवार नियोजन से जुड़ी जानकारियां लोगों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे पुरुष व महिलाएं जिनके दो या उससे अधिक बच्चे हैं और उनका परिवार पूरा हो चुका है, उन्हें नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा। सभी आशा कार्यकर्ताएं गाँव में एएनएम, और सीएचओ ऐसे योग्य दंपति से संपर्क कर काउंसिलिंग करेंगे, जिनका परिवार पूरा हो गया है या जो दो बच्चों में अंतर रखना चाहते हैं। समुदाय को माला एन, छाया, कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। सभी सीएचसी-पीएचसी पर नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे। ग्रामीण स्तरीय स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर सास-बेटा-बहू सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।– ये सभी चीज़ें दंपत्ति संपर्क पखवाड़े में की गयी है | इस चरण में सेवाएं दी जाएँगी वो लिखिए |
इस दौरान एसीएमओ डॉ. एसीएमओ संजय गुप्ता, अर्बन नोडल अधिकारी डॉ आरपी यादव, जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ राजेंद्र प्रसाद, डीपीएम पूनम , डीसीपीएम राजेश गुप्ता, संजय त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
दो बच्चों पर परिवार कर रहे सिमित
सलेमपुर ब्लाक के मोहनपुर पकड़ी गांव कि आशा कार्यकर्ता शशिप्रभा ने बताया पहले गांव में जागरूकता न होने के कारण लोगों के पांच या सात बच्चे होते थे, जब समुदाय में जाकर परिवार नियोजन के फायदे बताया तो लोगों में जागरूकता आई। जागरूकता के कारण अब लोगो ने दो ही बच्चों में अपना परिवार सिमित कर रहे हैं।