देवरिया टाइम्स
ससुराल वालों ने ग्राम प्रधान के सहयोग से विवाहिता मीना की गला दबाकर हत्या की, फिर खनुआ नदी में शव फेंक उसके लापता होने की कहानी बनाई। शनिवार को पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर ग्राम प्रधान समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने पति समेत तीन नामजद व अज्ञात पर दहेज हत्या का केस दर्ज किया था।
भटनी के रायबारी गांव में छह जुलाई को मीना देवी का शव गांव स्थित खनुआ नदी में मिला था। पुलिस के पूछताछ में सास बच्ची देवी ने एक दिन पूर्व मीना के घर से लापता होने की बात बताई थी। संदेह होने पर मीना के पिता सकरापार गांव निवासी वीरेंद्र यादव ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए हत्या करने की अंदेशा जताई थी।
मामले में पुलिस ने पति नंदू यादव, सास व गिरजा देवी एवं अज्ञात पर दहेज हत्या का केस दर्ज किया गया था। एसपी संकल्प शर्मा के निर्देश पर मामले के पर्दाफाश को एक टीम बनाई गई। टीम की जांच में ग्राम प्रधान इंद्रबल यादव, पड़ोसी रुदल यादव व सास बच्ची देवी दोषी पाई गईं। शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली कि तीनों आरोपी कहीं भागने की फिराक में है।
पुलिस ने सक्रियता दिखाई तो रेलवे स्टेशन के पास हनुमान मंदिर पर तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पांच जुलाई को दहेज के लिए मीना की हत्या कर दी गई, फिर उसी रात शव को खनुआ नदी में फेंक दिया गया। घटना आत्महत्या लगे इसलिए लापता होने की कहानी बनाई गई। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। एसओ डॉ. महेंद्र कुमार ने बताया कि रायबारी गांव में दहेज के लिए ससुरालियों ने मीना की गला घोंट कर हत्या कर दी, फिर अपराध छिपाने के लिए शव खनुआ नदी में फेंक दिया। जांच में दोषी पाए जाने पर ग्राम प्रधान समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।