Deoria News:देवरिया टाइम्स।देवरिया महोत्सव में दिनांक 09 फरवरी 2024 को नागरी प्रचारिणी सभा देवरिया द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री इन्द्र कुमार दीक्षित, पूर्व मंत्री, नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती पूजन और वाणी वंदना सुश्री अंजली अरोड़ा खूसबू से हुआ। आगे रमेश सिंह दीपक ने “राम आये हैं राम आये हैं राम आये हैं” सुनाकर सबको भाव विभोर कर दिया। कीर्ति त्रिपाठी ने “कविता का पावन घाट है, नदियों का संगम है, आशाओं का वरण करें” सुनाया। विनय कुमार पाठक ने “हमने दिल पर दस्तक दी है,
आह वो भी भरते होंगे, हमी तो नहीं” सुनाया। विकास तिवारी विक्की की रचना “आओ हवा से तुम्हारी बात करा दें, नक्षत्रों का दृष्य दिखा दें, कलियों की खुशी का अहसास करा दें” प्रस्तुत किया। योगेंद्र पांडेय जी ने ” एक चराग़ दिल में जलाये रखो, हौसला मुसलसम बनाये रखो ” सुनाकर श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। बरहज से आये रमेश तिवारी अंजान ने “चिरई कतहूँ उड़ी उड़ी… ” सुनाया। कविता पांडेय ने “युद्ध जब प्रिय अर्जुन…. ” सुनाया। सौदागर सिंह द्वारा “घन आये घनश्याम न आये” सुनाकर वाहवाही बटोरी। अंजलि अरोड़ा खुसबू ने “बंद रही सीप में एक अंजान मोती..”. सुनाया। दयाशंकर कुशवाहा ने खेलते क्यों हो यूँ मेरे दिल से” ग़ज़ल सुनाया। रमेश तिवारी जी द्वारा “मातृ भाषा बिना पहिचान मिट जाई ” सुनाकर श्रोताओं को मोहित किया।
पार्वती देवी ‘गौरा’, राम मनोहर मिश्र, कौशल किशोर मणि, श्वेता राय, रमेश तिवारी, रत्नेश रतन, योगेंद्र तिवारी योगी, आदि कवियो ने भी अपनी रचना से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उपस्थित श्रोताओं में विजय प्रकाश श्रीवास्तव, रमेश चंद्र त्रिपाठी, ब्रजेश पांडेय, डॉ सौरभ श्रीवास्तव, श्वेतांक त्रिपाठी, अनिल कुमार त्रिपाठी विज्ञान संचारक, सुश्री अनिता श्रीवास्तव, मंजु मणि त्रिपाठी, इत्यादि मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन नागरी प्रचारिणी सभा के मंत्री डॉ अनिल कुमार त्रिपाठी द्वारा जिलाधिकारी श्री अखंड प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी श्री विपिन द्विवेदी, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री कृष्ण कांत जी, सूचनाधिकारी श्री शांतनु श्रीवास्तव जी सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों को धन्यवाद प्रस्ताव के साथ संपन्न हुआ।