देवरिया टाइम्स
जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने देर रात्रि विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर ठंड से बचाव हेतु प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया उन्होंने शासन की नीति के अनुरूप रैन बसेरे को अधिक प्रभावी एवं जनउपयोगी बनाने तथा अलाव के संबन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम रोडवेज स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण किया। मौके पर 7 यात्री रैन बसेरे में सोते हुए मिले। यहां महिला एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग रहने की व्यवस्था है। दस महिला एवं इक्कीस पुरूष यात्री सहित कुल 31 लोग रह सकते हैं। अलाव जलता मिला। डीएम ने अलाव का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने रैन बसेरे में रह रहे लोगों से संवाद कर मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने डीएम ने मछलीहट्टा के निकट नगर पालिका द्वारा स्थापित रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया। यहाँ 50 लोगों के रहने की सुविधा उपलब्ध है, तीन लोग सोते मिले। उन्होंने रैनबसेरे में पेयजल व्यवस्था, ठंड से बचाव के इंतजाम, शौचालय व्यवस्था आदि के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से संवाद कर रैन बसेरे की उपयोगिता के संबन्ध में पूछ-ताछ की। उन्होंने आवाजाही रजिस्टर का भी अवलोकन किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि बढ़ते ठंड में बेघर एवं दूर-दराज के क्षेत्र में यात्रा करने वाले लोगों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से रैन बसेरो की स्थापना की गई है। इन्हें अधिक से अधिक जन उपयोगी बनाया जा रहा है। ठंड बढ़ने पर प्रमुख चौराहों पर अलाव की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति शीतलहर से भरी रात में खुले आसमान के नीचे न सोये। साथ ही लोगों से अनुरोध भी किया कि ऐसे लोगों को रैन बसेरे पहुंचाएं। इस दौरान एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, तहसीलदार कृष्ण कुमार मिश्र मौजूद थे।