Deoria News देवरिया टाइम्स। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तथा सिविल जज (जे0 डी0 ) द्वारा राजकीय बाल गृह एंव पाथ वात्सल्य खुला आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इन्द्रिरा सिहं द्वारा निर्देशित किया गया कि परिसर को निरंतर स्वच्छ रखा जाये तथा बच्चों के खेलने की समुचित व्यवस्था की जायें जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके।
इसके साथ ही बच्चों के दिनचर्या में व्यायाम को भी रखा जाये जिससे बच्चे शारीरिक रूप से मजबूत रहें। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अशोक कुमार दूबें द्वारा भोजन हेतु खाद्य सूची का निरीक्षण किया गया तथा भोजन में पौष्टिक आहार के साथ-साथ मीनू के अनुसार ही भोजन दिये जाने का निर्देश दिया उन्होंने कहा कि बच्चों के सुरक्षा व देख-भाल में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। इसके लिये न्यायाधीश नें सम्बन्धित को विशेष दिशा निर्देश दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू कुमारी द्वारा बच्चों के अध्ययन का निरीक्षण किया गया और उनके पठन-पाठन के कार्य को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया। सिविल जज (जे0डी0) श्रीकान्त गौरव द्वारा बच्चों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान पाथ वात्सल्य खुला आश्रय गृह में 13 बच्चें एवं राजकीय बाल गृह में 24 बच्चों की उपस्थिति रहीं।
इस निरीक्षण में मुख्य रूप से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इन्द्रिरा सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अशोक कुमार दूबें, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू कुमारी, सिविल जज (जे0 डी0 ) श्रीकान्त गौरव, जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर, बाल संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश तिवारी, राजकीय बाल गृह देवरिया के अधीक्षक यशोदानंद तिवारी, पाथ वात्सल्य एवं खुला आश्रय गृह के प्रतिनिधि व अन्य सम्बन्धित कर्मचारीगण उपस्थित रहें।