Deoria News:देवरिया टाइम्स। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया इशरत परवीन फारूकी द्वारा वन स्टाप सेण्टर का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा वन स्टाप सेन्टर में आने वाली पीड़ित महिलाओं एवं बच्चियों की समस्याओं के निवारण के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा की गयी. वन स्टाप सेन्टर पर लम्बित प्रकरणों में पीड़िताओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं स्वास्थ्य तथा उनको दी जा रही अन्य चिकित्सीय सुविधाओं, पुलिस सुरक्षा, कानूनी सलाह व अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी ली गयी. वन स्टॉप सेंटर के प्रपत्रों के निरीक्षण के दौरान मनोवैज्ञानिक मीनू जायसवाल के द्वारा शेष पीड़िताओं की काउंसलिंग नही किये जाने पर नाराजगी ब्यक्त की गयी उन्होंने कहा कि पीड़िताओं के प्रति लापरवाही क्षम्य नही होगी, वन स्टाप सेंटर की केन्द्र प्रबन्धक नीतू भारती को निर्देशित किया कि महिला और बच्चों जिनको विधिक सहायता की आवश्यकता हो उनके मामले को चिन्हित कर अधिक से अधिक संख्या में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के कार्यालय में सूचित करें ताकि उनकों विधिक सहायता दी जा सकें।
सचिव के द्वारा बताया गया कि 11 फरवरी को दीवानी न्यायालय परिसर मे आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में ऐसे मामलें जो पति-पत्नी से संबंधित हो तथा जिसमें किसी तरह का विवाद हो गया हो और उसमें दोनों पक्ष मामले का निस्तारण कराना चाहते हैं तो वह अपने द्वारा एक प्रार्थना पत्र कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया में प्रस्तुत कर अपने मामलें का निस्तारण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बालिकाओं के साथ भेदभाव एक महत्वपूर्ण समस्या हैं जो शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल, सुरक्षा, सम्मान, बाल विवाह आदि में असमानता जैसे कई क्षेत्रों में फैली हुई हैं इस संबन्ध में बेहतर प्रयास किया जाना चाहिए, इस विषय में व्यापक प्रचार-प्रसार जागरूकता शिविर व पेम्प्लेट आदि के माध्यम से किये जाने हेतु वन स्टाप सेंटर की केन्द्र प्रबन्धक को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान केन्द्र प्रबन्धक वन स्टाप सेण्टर नीतू भारती, दीक्षा सिंह, पूजा, रीना व महिला सुरक्षाकर्मी संगीता पुष्पा तथा अन्य लोग उपस्थित रहे।