Deoria News:देवरिया टाइम्स।
स्वास्थ्य विभाग की ई-संजीवनी एप से मिलने वाली टेलीमेडिसिन की सुविधा मरीजों को घर के नजदीक बैठे उपचार उपलब्ध कराने में कारगर साबित हो रही है। इस एप के माध्यम से मरीज के पंजीकृत होने के बाद अस्पताल जाकर लाइन में लगने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि वीडियो कॉल फोन पर ही डॉक्टर को बीमारी और समस्या बताने के बाद सलाह ले रहे हैं। जिले में प्रतिदिन कम से कम 250 मरीज ई-संजीवनी एप के माध्यम से डॉक्टर को अपनी बीमारी बताकर स्वास्थ्य सम्बन्धित उचित परामर्श ले रहे हैं। इसमें सामान्य रोगियों के अलावा गर्भवती भी शामिल हैं। सीएमओ डॉ. राजेश झा भी खुद टेलीमेडिसिन के जरिए मरीजों को देखते हैं।
सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मी ई संजीवनी एप के जरिए वीडियो कॉल से रोगी की डॉक्टर से बात कराते हैं। इसके बाद डॉक्टर के परामर्श के आधार पर मरीजों को दवा दी जाती है। दवाएं पाना भी मरीज का अधिकार है। जिले में अब तक 25968 से अधिक लोग टेलीमेडिसिन के जरिए विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श ले चुके हैं। डॉ झा ने बताया कि 170 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स व सीएचसी और पीएचसी के जरिए लोगों को टेलीमेडिसिन की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए 20 हब सेंटर बनाए गए हैं, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर बैठते हैं। उन्होंने बताया कि इस सेवा के शुरू हो जाने से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों के रुपये बच रहे हैं और साथ में समय की भी बचत हो रही है। वहीँ गांव के लोगों को गांव के ही स्वास्थ्य केंद्र से जिले में बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श मिल रहा है, जिससे वह सीधे तौर पर सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। यह सुविधा सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक मिल रही है चिकित्सकों की ओपीडी प्रभावित नहीं हो इसलिए हब सेंटर में हर दिन अलग-अलग डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाती है।
परामर्श के बाद मिला काफी आराम
कैथवलिया निवासी अंजू देवी (28 ) ने बताया उन्हें सूखी खांसी थी। 16 दिसंबर को इलाज के लिए वह हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर कैथवलिया गईं। वहां मौजूद सीएचओ नम्रता ने वीडियो कॉलिंग के जरिये सीएमओ डॉ. राजेश झा से बातचीत कराया। अंजू ने सीएमओ डॉ. राजेश झा से अपनी समस्या बताया। सीएमओ ने उन्हें वीडियो कॉल पर ही कुछ दवा बताकर सेवन करने की सलाह दी। अंजू बताती हैं कि चिकित्सक के बताये गए दवा के सेवन के बाद काफी आराम महसूस कर रही हैं।
दी जाती है टेलीमेडिसिन की जानकारी
कैथवलिया गांव की आशा कार्यकर्ता इमली देवी बताती हैं कि गांव में छाया वीएचएसएनडी सत्रों, एचबीएनसी सहित अन्य स्वास्थ्य गतिविधियों के दौरान गांव के लोंगो को टेलीमेडिसिन की सुविधा के बारे में बताया जाता है। यह भी बताया जाता है कि इसके जरिये जिले के चिकित्सकों से अपनी समस्या बता कर परामर्श ले सकते हैं।
ई संजीवनी एप पर भरनी होती है मरीज की डिटेल
हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर कैथवलिया की सीएचओ नम्रता बताती हैं कि टेलीमेडिसिन के जरिए इलाज के लिए ई संजीवनी एप पर बनी आईडी में मरीज की डिटेल भरी जाती है। मरीज का नाम, पता उम्र, मोबाईल नंबर भरने के बाद मरीज की समस्या इंट्री करते है। उसके बाद डाक्टर को वीडियो कॉल किया जाता है। मरीज वीडियो कॉल के जरिये डाक्टर से जुड़ जाते हैं और अपनी समस्या बताकर परामर्श लेते हैं।