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देवरिया टाइम्स।

सनबीम स्कूल देवरिया में शनिवार को कक्षा नर्सरी से दो तक के नए प्रवेश पाए बच्चों के लिए वार्म अप-सत्र का आयोजन किया गया,जिसका उद्घाटन विद्यालय के निदेशक अवनीश मिश्रा व उपनिदेशिका नीतू मिश्रा ने फीता काटकर किया|

इस सत्र के आयोजन का मुख्य उद्देश्य नए बच्चों को उनकी मातृशिक्षिकाओं तथा कक्षाध्यापिकाओं से परिचित करवाकर उनसे घुलने-मिलने के लिए माहौल उपलब्ध करवाना ताकि उनके मन से नए विद्यालय और नई अध्यापिकाओं को लेकर कोई डर न रह जाए और पहले ही दिन से विद्यालय में बिना किसी भय के पठन-पाठन में रुचि ले सकें|इसके साथ ही इस सत्र का दूसरा उद्देश्य था

अध्यापिकाओं कों नई-नई शैक्षणिक तकनीकों तथा नवाचारों को सीखने, शिक्षा में गतिविधि आधारित अधिगम के महत्व को जानने तथा नए- नए शिक्षण सहायक सामग्रियों के माध्यम से बच्चों में पढ़ने के प्रति रुचि जागृत करने तथा खेल खेल में सीखने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रशिक्षित करना| इस अवसर पर विभिन्न गतिविधियों जैसे कन्वर्सेशन कॉर्नर, सेंड प्ले और नेचर वाक, ग्रामर कॉर्नर, किचन कॉर्नर, एक्टिव लर्निंग लैब, स्टोरी टेलिंग,पपेट शो,राइम्स क्लास, म्यूजिक क्लास, वाल पूल, एक्टिविटी लर्निंग लैब और लैंग्वेज लैब आदि के लिए अलग-अलग स्टाल बनाए गए थे|

अभिभावकों ने इन स्टालों का अवलोकन किया तथा बच्चों की शिक्षा में गतिविधि आधारित अधिगम के महत्व को भी समझा| प्राइमरी सेक्शन की समन्वयिका आलिया ने बाल मनोविज्ञान को समझते हुए तदनुसार शिक्षण पद्धतियों तथा तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया| विदित हो कि सनबीम स्कूल में बच्चों को शिक्षित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों तथा शिक्षण सहायक सामग्रियों का प्रयोग अत्यंत प्रभावशाली ढंग से किया जाता है, जिससे बच्चे सीखने में रुचि लेते हैं और बड़ी आसानी से सीखते हैं| कार्यक्रम के अंत में अध्यापिकाओं ने बच्चों के साथ अनेक एनर्जाइजर्स प्रस्तुत किया और उनको ऊर्जान्वित किया| विद्यालय की उपनिदेशिका नीतू मिश्रा ने शिक्षिकाओं को नई-नई शैक्षणिक तकनीकों तथा नवाचारों को सीखकर उसको प्रयोग में लाने के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि नई शिक्षा नीति भी “एक्सपीरियंशियल लर्निंग” को ही प्रोत्साहित करती है| अतः हम सभी को उसी के अनुरूप कार्य करने की जरूरत है| इस अवसर पर उपस्थित बच्चे बहुत ही प्रसन्नचित थे तथा उनके अभिभावकों ने इस आयोजन की भूरि- भूरि प्रशंसा की|

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