Deoria News देवरिया टाइम्स। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारीगण के साथ विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक की गयी, जिसमें पोषण ट्रैकर पर खराब प्रगति अर्जित वाले बाल विकास परियोजना अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी गयी।
पोषण ट्रैकर पर लाभार्थियों के आधार वेरिफिकेशन में जनपद में कुल 98.78 प्रतिशत लाभार्थियों का आधार वेरिफिकेशन किया गया है जिसमें पाया गया कि बाल विकास परियोजना बरहज में लक्ष्य से 1978, भुलअनी में 796 तथा रूद्रपुर में 467 लाभार्थी कम आधार वेरिफाईड हुए हैं। सम्बन्धित बाल विकास परियोजना अधिकारीगण को चेतावनी दी गयी तथा इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि सभी परियोजनायें15 मार्च तक किसी भी दशा में शत प्रतिशत आधार वेरिफिकेशन का कार्य पूर्ण करा लें।
पोषण ट्रैकर पर वजन व लम्बाई की समीक्षा की गयी, जिसमें पाया गया कि पूरे जनपद में संकलित रूप से 89.90 प्रतिशत वजन व लम्बाई फीड किया गया ह, इसमें बाल विकास परियोजना अधिकारी बैतालपुर, भुलअनी, सलेमुपर तथा भटनी की प्रगति जनपद में सबसे खराब पायी गयी है। इन सभी को चेतावनी देने साथ ही साथ समस्त परियोजनाओं को 16 मार्च तक शत प्रतिशत वजन पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया।
पोषण ट्रैकर पर टी0एच0आर0 की फीडिंग की समीक्षा की गयी जिसमें यह बताया गया कि पिछले माह टी0एच0आर0 फीडिंग की स्थिति अत्यन्त ही खराब थी। आज की तिथि में इस माह के टी0एच0आर0 का वितरण 49.69 है। जनपद में सबसे खराब प्रगति वाली परियोजनायें बैतालपुर, बरहज, भलुअनी तथा भटनी पायी गयी। इसपर अत्यन्त रोष प्रकट किया गया तथा सभी परियोजनाओं को प्रतिशत टी0एच0आर0 फीड कराये जाने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया।
इसी प्रकार गृह भ्रमण में भी जनपद का प्रतिशत 79.23 है। जिसमें परियोजना बरहज, बैतालपुर, भाटपाररानी तथा रामपुर कारखाना सबसे कम हैं इन्हे चेतावनी देते हुए सभी परियोजनाओं को 16 मार्च तक पूर्ण कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री तथा ग्राम प्रधान/सभासद के संयुक्त हाट कुक्ड फूड ग्राम निधि के खातोें को एक्टिव कराये जाने की समीक्षा की गयी जिसमें पाया गया कि बाल विकास परियोजना भलुअनी, भटनी, सदर, सलेमपुर में सबसे ज्यादा खातें नही खोले गये हैं। इसपर रोष प्रकट किया गया तथा निर्देशित किया गया कि तत्काल खातों को एक्टिवेट कराते हुए सूचना उपलब्ध करायें। बाल विकास परियोजना अधिकारीगण द्वारा बताया गया कि कतिपय नवीन नगर पंचायतों में वर्तमान में न तो ग्राम प्रधान ही है न ही सभासद वहां पर खाता खुलवाने में समस्या आ रही है। इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि लिखित रूप से मार्गदर्शन मांग लिया जाय। इस प्रकार यूनीलर्न, बाल पिटारा, सहयोग ऐप, एक संग ऐप व अन्य योजनाओं की समीक्षा की गयी जिसमें प्रगति को शत प्रतिशत किये जाने के निर्देश दिये गये।