भटनी (देवरिया)। सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भटनी इस समय काफी लचर हालत में हैं। यह केवल एक आयुष चिकित्सक के भरोसे चल रहा है जबकि यहां 5-5 चिकित्सकों की तैंनाती है जिसमें दो महिला डाक्टर भी हैं। चिकित्सकों के नदारद रहने से यहां आने वालों का उपचार राम भरोसे ही चल रहा है। बताया गया है कि सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भटनी पर डॉक्टर धनंजय कुशवाहा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डॉ मसूद आलम अंसारी सर्जन, डॉ पूनम पाल, डॉ केके भास्कर चर्म रोग विशेषज्ञ व डॉ मंजरी मिश्रा की तैनाती हैं।इनके साथ साथ एक आयुष चिकित्सक मिथिलेश यादव है।
अस्पताल परिसर में आए मरीजों का कहना था कि अस्पताल केवल आयुष चिकित्सक डॉ मिथिलेश यादव के भरोसे चल रहा है। मौके पर अन्य कोई डाक्टर नजर नहीं आया। डॉ पूनम पाल के विषय में बताया गया कि वे 180 दिन के अवकाश पर है। आज स्वयं चिकित्सा प्रभारी भी 11बजे तक अस्पताल पर उपस्थित नही थे।
ग्राम बेलवाबाबू से एक मरीज अखिलेश शाही आये थे जिन्हे डॉ मिथिलेश यादव ने देखते ही स्थिति की गम्भीरता के कारण सदर के लिए रेफर कर दिया जिन्होंने मार्ग में दम तोड़ दिया। ऐसा बताया गया है कि नियमानुसार प्रत्येक चिकित्सक को कम से कम 40 रोगियों को देखना अनिवार्य है। इसके लिए अन्य चिकित्सकों की उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर व 40 रोगियों के प्रतिदिन का उपचार किये जाने की जांच किया जाए तो डाक्टर के उपस्थित होने की पोल खुल जायेगी। एक महिला चिकित्सक के सम्बन्ध मे बताया गया कि वह खुलेआम सरकारी तंत्र को धमकी देती है कि अगर भटनी आने को मजबूर करेंगे तो इस्तीफा दे दूंगी।
क्षेत्रीय जनता ने इस समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री के जनता दरबार मे दस्तक देकर अपनी फरियाद सुनाने का मन बनाया है।