देवरिया बैतालपुर ब्लॉक के ग्राम बरपार में आयोजित बरगद चौपाल में जिले के बुद्धिजीवियों ने उपस्थित होकर जेईसीपी के संचालन और क्रियाकलापों पर अपने सुझाव दिए। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से शुरू हुई।
कार्यक्रम की शुरूआत में उद्यम केंद्र के संस्थापक शशांक मणि ने अपने वक्तव्य में कहा कि जागृति उद्यम केंद्र – पूर्वांचल का उद्देश्य समस्त पूर्वांचल को आर्थिक रूप से सशक्त करना है। यह सशक्तिकरण तभी संभव होगा जब स्थानीय उद्यमी विशेष रूप से युवा और महिलाएं आगे आएं। उद्यमिता में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए जेईसीपी हर पड़ाव में आपके साथ खड़ा है और हमेशा खड़ा रहेगा।
आगे उन्होंने बताया कि उद्यम केंद्र में हम महिलाओं और युवाओं के लिए एक विशेष कोर्स की शुरूआत करने जा रहे हैं। युवाओं का कोर्स हैकाथॉन और महिलाओं का कोर्स उद्यमिता प्रशिक्षण है, इन कोर्स के माध्यम से उन्हें उद्यमिता का महत्व समझाना और इसके प्रति उन्हें प्रेरित करना है।
उद्यम केंद्र के अध्यक्ष शरत बंसल ने बताया कि भारत के 4 जिलों में उद्यमिता के 4 धाम स्थापित किए जाएंगे। यह 4 धाम देश निर्माण की नई गाथा लिखेंगे। यदि आप एक उद्यमी है, या उद्यमी बनना चाहते हैं या फिर आपके आस-पास कोई उद्यमी बनना चाहता है तो देवरिया, कुशीनगर और गोरखपुर में हमारे कार्यालय से संपर्क करें। जागृति की टीम आपके उद्यम को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
कार्यक्रम में स्थानीय बुद्धिजीवियों ने सुझाव देते हुए कहा कि युवाओं को उद्यमिता के प्रति प्रेरित करने के लिए स्कूल – कॉलेज में कैंप और चौपाल लगाएं जाएं। इसके साथ ही किसानों को उद्यमिता से जोड़ने के लिए सुझाव दिए गए।
मुख्य रूप से नागरी प्राचारिणी सभा के पदाधिकारी सरोज पांडेय, सौरभ श्रीवास्तव, करन त्रिपाठी, रजनीश गोरे, प्रमोद मणि, राजेश मणि
बरगद चौपाल का आयोजन जेईसीपी के आउटरिच मैनेजर राजीव राय और कार्यक्रम संचालन शुभम त्रिपाठी ने किया। शैलेश कुमार त्रिपाठी, विवेक मिश्र, विकास तिवारी, राघवेंद्र पांडेय, वेदव्यास, संजय राव, ओमकार मणि, घनश्याम मणि, काबिल प्रसाद, बबिश चतुर्वेदी सहित स्थानीय बुद्धिजीवी और जागृति उद्यम केंद्र – पूर्वांचल की टीम उपस्थित थी।